पैसा - एक कविता। Money - A Poem

पैसा पैसा पैसा लता है बात तो है यह सच्चा, पर पैसा आएगा कैसे अगर नहीं रहे पैसा! भागो मत पैसे के पीछे इससे कोई फायदा ना होगा, अपनालो अच्छे आदत पैसा तुम्हारा पीछे आएगा! हर दिन दो कुछ वक्त अपने आप को। हर पल पूछो अपने आप से क्या तुम आगे से बेहतर हो? अगर नहीं हो तो बेहतर बनो, अगर हो तो और बेहतर बनने का कोशिश करो! अच्छे आदत से तुम इतना बेहतर बनोगे एक दिन, तुम्हारा हर कदम बनाएगा इतिहास, तब पैसेका होगा बारिश पूरा होगा तेरा हर ख्वाहिश! पढ़िए अगला कविता पढ़िए पिछला कविता (सहनशीलता)