सच ओर साहस - एक शायरी। Truth and Courage - A Shayeri
सच और साहस जिसमें रहता है
वह कभी झुकता नहीं किसी के सामने,
सच और साहस जिसमें रहता है
वह कभी झुकता नहीं किसी के सामने,
अपने दम पर वह खड़ा करता है मकान
जो नजर आता है बहुत दूर से।
सच और साहस जिसमें रहता है
वह कभी झुकता नहीं किसी के सामने,
सच और साहस जिसमें रहता है
वह कभी झुकता नहीं किसी के सामने,
अपने दम पर वह खड़ा करता है मकान
जो नजर आता है बहुत दूर से।
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