हार जितने के लिए - एक शायरी। Lose To Win - A Shayeri
कभी-कभी पीछे हटने में ही भलाई है
आगे निकलने के लिए,
कभी-कभी पीछे हटने में ही भलाई है
आगे निकलने के लिए,
अकेले तुम सब पर भारी परोगे
पहले अपने आर्थिक स्थिति ठीक कर ले।
पड़िए अगला शायरी
कभी-कभी पीछे हटने में ही भलाई है
आगे निकलने के लिए,
कभी-कभी पीछे हटने में ही भलाई है
आगे निकलने के लिए,
अकेले तुम सब पर भारी परोगे
पहले अपने आर्थिक स्थिति ठीक कर ले।
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