निशानी - एक शायरी। Symbol - A Shayeri
कुछ बुरा कुछ अच्छा
ऐसे ही जिंदगी बनता है,
कुछ बुरा कुछ अच्छा
ऐसे ही जिंदगी बनता है,
तो बुरा वक्त में घबराता क्यों
ए तो अच्छे वक्त का निशानी है।
कुछ बुरा कुछ अच्छा
ऐसे ही जिंदगी बनता है,
कुछ बुरा कुछ अच्छा
ऐसे ही जिंदगी बनता है,
तो बुरा वक्त में घबराता क्यों
ए तो अच्छे वक्त का निशानी है।
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