कर्म का फल - एक शायरी। Result of Deed - A Shayeri
समाज सेवा के नाम पर
तुम देश को लूट रहे हो,
समाज सेवा के नाम पर
तुम देश को लूट रहे हो,
राजनीति करने वालों
हर कर्म का कीमत चुकाना पड़ेगा- यह याद रखो।
समाज सेवा के नाम पर
तुम देश को लूट रहे हो,
समाज सेवा के नाम पर
तुम देश को लूट रहे हो,
राजनीति करने वालों
हर कर्म का कीमत चुकाना पड़ेगा- यह याद रखो।
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