दंड - एक शायरी। Punishment - A Shayeri
घिनौनी कर्म का भयंकर परिणाम
जरूर होगा तुम देख लेना,
घिनौनी कर्म का भयंकर परिणाम
जरूर होगा तुम देख लेना,
इंसानियत अब रूठ गया है
खुदा को भी सर झुकाना पड़ेगा।
घिनौनी कर्म का भयंकर परिणाम
जरूर होगा तुम देख लेना,
घिनौनी कर्म का भयंकर परिणाम
जरूर होगा तुम देख लेना,
इंसानियत अब रूठ गया है
खुदा को भी सर झुकाना पड़ेगा।
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