सच्चा सच्चाई - एक शायरी। Truth - A Shayeri

सच्चाई - एक शायरी। Truth - A Shayeri

 अच्छेपनका नकाब जितना भी पहनलो 

असली चेहरा छुपा ना पाओगे,

अच्छेपनका नकाब जितना भी पहनलो 

असली चेहरा छुपा ना पाओगे,

 काम जैसा अंजाम वैसा

इसे झूठा कैसे ठहराओगे।


परिये अगले शायरी

परिये पिछले शायरी



Comments

Popular posts from this blog

नया शुरुआत - एक कविता। New Beginning - A Poem

ওয়াল ম্যাগাজিন - একটি কবিতা। Wall Magazine - A Poem

ফেয়ারওয়েল কবিতা। Farewell - A Poem

Social Service - A Poem

বিদ্যাসাগর - একটি কবিতা। Vidyasagar - A Poem

Greed - A Short Story

Something Special - A Poem